कुछ भाव जो व्यक्त नहीं कर पाई, कुछ दर्द जो बाँट नहीं पाई,अब लेखनी से वो सारे पल जीना चाहती हूँ,जो इस जीवन की भागदौड में कहीं बहुत पीछे रह गए किन्तु टीसते रहे.......
गुरुवार, 19 अप्रैल 2012
पिपासा
जोड़ दिया क्यों आग का रिश्ता पानी से ,
परस्पर विरोधी ...
एक अविकल पिपासा
आग तो बस चाहती है घृत ..चरम तक पहुचने के लिए .....
बहुत सुंदर उद्गार....
जवाब देंहटाएंधन्यवाद ...........
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